Ram Bhakt Le Chala Re Ram Ki Nishani Lyrics PDF | राम भक्त ले चला रे राम की निशानी

Ram Bhakt Le Chala Re Ram Ki Nishani यह भक्ति गीत आदर, निष्ठा और त्याग की भावनाओं की अनुभूति कराता है । भगवान श्री राम के भक्त भरत, श्री राम से विदा लेते हुए हैं उनके खड़ाऊ को अपने सिर पर रख कर भगवान श्री राम से आज्ञा लेते हुए अयोध्या के लिए प्रस्थान करते हैं । भगवान श्री राम जब 14 वर्ष के वनवास जा रहे थे तब उनके उनुज भरत अपने ननीहाल गऐ थे । जब उन्हें मालुम हुआ कि उनके भाई वनवास गऐ है तो वो वापस आऐ और भगवान राम को वापस लाने के लिए वन गए । 

जहां उन्होने भगवान से प्रार्थना की वापस अपने नगर चले, पर भगवान राम जी ने जाने से मना कर दिया । तब भरत ने भगवान की खराऊ ले कर कहा कि वो सीगहासन आपका है । मैं वहां नही बैठुंगा जब तक आप नही आ जाते तब तक अपकी ये खराऊ वहा रहेगी । रामायण एक भारतीय टेलीविजन श्रृंखला है जो इसी नाम के प्राचीन भारतीय संस्कृत महाकाव्य पर आधारित है । यह भजन वही से लीया गया है ।

॥ Ram Bhakt Le Chala Re, Ram Ki Nishani ॥

॥ राम भक्त ले चला रे, राम की निशानी ॥

चौपाई

प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि ।
सादर भरत शीश धरी लीन्ही… ॥

राम भक्त ले चला रे राम की निशानी ।
शीश पर खड़ाऊँ, अखियों में पानी ॥

राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी…

शीश खड़ाऊ ले चला ऐसे, राम सिया जी संग हो जैसे ।
अब इनकी छाव में, रहेगी राजधानी ॥

राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी…

पल छीन लागे सदियों जैसे, चौदह बरस कटेंगे कैसे ।
जाने समय क्या खेल रचेगा, कौन मरेगा कौन बचेगा ॥

कब रे मिलन के फूल खिलेंगे, नदियाँ के दो पुल मिलेंगे ।
जी करता है यहीं बस जाए, हिलमिल चौदह वरष बिताएं,
राम बिन कठिन है, इक घड़ी बितानी ॥

राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी…

तन मन बचन, उमंग अनुरागा ।
धीर धुरंधर, धीरज त्यागा,
भावना में बह चले, धीर वीर ज्ञानी ॥

राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी…

राम भक्त ले चला रे राम की निशानी,
शीश पर खड़ाऊँ, अखियों में पानी ॥

॥राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी…


Ram Bhakt Le Chala Re, Ram Ki Nishani Lyrics In English ॥

॥ राम भक्त ले चला रे, राम की निशानी ॥

॥ Chaupai ॥

Prabhu Kar Kripa Pavanri Deenhi ।
Saadar Bharat Sheesh Dhari Linhi… ॥

Ram Bhakt Le Chala Re Ram Ki Nishani ।
Sheesh Par Khadaun, Akhiyon Mein Pani ॥

Ram Bhakt Len Chala Re, Ram Ki Nishani… ॥

Sheesh Khadau Le Chala Aise, Ram Siya Ji Sang Ho Jaise ।
Ab Inki Chhaav Mein, Rahegi Rajdhani ॥

Ram Bhakt Len Chala Re, Ram Ki Nishani… ॥

Pal Chhin Laage Sadiyon Jaise, Chaudah Baras Katenge Kaise ।
Jaane Samay Kya Khel Rachega, Kaun Marega Kaun Bachega ॥

Kab Re Milan Ke Phool Khilenge, Nadiyan Ke Do Pul Milenge ।
Ji Karta Hai Yahin Bas Jaye, Hilmil Chaudah Varash Bitayen,
Ram Bin Kathin Hai, Ik Ghadi Bitaani ॥

Ram Bhakt Len Chala Re, Ram Ki Nishani… ॥

Tan Man Bachan, Umang Anuraaga ।
Dheer Dhurandhar, Dheeraj Tyaaga,
Bhaavna Mein Bah Chale, Dheer Veer Gyaani ॥

Ram Bhakt Len Chala Re, Ram Ki Nishani… ॥

Ram Bhakt Le Chala Re Ram Ki Nishani ।
Sheesh Par Khadaun, Akhiyon Mein Paani ॥

Ram Bhakt Len Chala Re, Ram Ki Nishani… ॥


PDF


परानाम

धन्यवाद !


Follow Me On:-

instagram
facebook

इन्हें भी पढ़े!

Leave a Comment