Dhanteras 2022 खरीदारी के शुभ मुहूर्त | जाने धनतेरस के दिन झाड़ू की खरीदारी का महत्व

धन्वंतरी माता लक्ष्मी की पूजा

दीपावली हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है । सामान्य रूप से दीपावली को 5 दिनों तक मनाया जाता है । धनतेरस (Dhanteras) के दिन से ही दीपावली का पर्व प्रारंभ हो जाता है । अगर हम हिंदू पंचांग के अनुसार चले तो धनतेरस हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है । हमारे हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि इस दिन देवों के वैद्य भगवान श्री धन्वंतरी का जन्म हुआ था । धनतेरस के दिन सोना -चांदी बर्तन आभूषण की खरीदारी करना बहुत ही शुभ फलदायक होता है ।

धनतेरस पर खरीदी गई चीजों में माना जाता है कि 13 गुना की वृद्धि होती है । धनतेरस पर हम लोग भगवान धन्वंतरी माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा अर्चना करते हैं । इसी दिन से घरों में दिए जलाना आरंभ कर दिया जाता है । इस वर्ष 2022 में दीपावली का पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा लेकिन धनतेरस की तिथि को लेकर अलग -अलग क्षेत्रों में मतभेद बना हुआ है । कुछ क्षेत्रों में धनतेरस का पर्व 22 अक्टूबर को तो कहीं -कहीं यह 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है । तो आइए जानते हैं कि वर्ष 2022 में धनतेरस के वास्तविक तिथि क्या है और शुभ मुहूर्त कब का है ।

(Dhanteras) धनतेरस 2022 की तिथि और शुभ मुहूर्त

हमारे हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष धनतेरस का पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी की तिथि पर मनाया जाता है । धनतेरस के दिन लक्ष्मी पूजा हमेशा त्रयोदशी तिथि के दौरान ही प्रदोष काल में करने का नियम है । इस वर्ष 2022 में कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी दिनांक 22 अक्टूबर की शाम 6:02 पर प्रारंभ हो रही है और यह 23 अक्टूबर की शाम 6:03 पर खत्म हो रही है इसके उपरांत चतुर्दशी की तिथि प्रारंभ हो जाएगी ।

हम लोग हिंदू धर्म में किसी भी व्रत या त्योहार का निर्धारण हमेशा उदया तिथि के आधार पर ही मानते हैं तो ऐसे स्थिति में त्रयोदशी की उदया तिथि 23 अक्टूबर को पड़ता है इसलिए हम लोग वर्ष 2022 में धनतेरस को 23 अक्टूबर के दिन ही मानेंगे ।

(Dhanteras) धनतेरस का महत्व

हमारे शास्त्रों के अनुसार जब समुद्र मंथन हुआ था तो उस दौरान स्वयं भगवान धनवंतरी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन ही अपने हाथों में अमृत का घड़ा लेकर प्रकट हुए थे । भगवान धन्वंतरी के प्रकट होने के कारण ही हर वर्ष दीपावली से पहले इस दिन को धनत्रयोदशी अथवा धनतेरस के रूप में मनाया जाता है । इसलिए इस दिन विशेष प्रकार की पूजा आराधना की जाती है और यह दिन बड़ा है शुभ माना जाता है । धनतेरस के दिन हम लोग मुख्य रूप से धन के मालिक भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करते हैं ।

धनतेरस के दिन अपने घरों में कुबेर यंत्र, श्री यंत्र, और महालक्ष्मी यंत्र को प्रतिस्थापित करने का विशेष ही महत्व है । इस दिन सोने- चांदी के सिक्के, गहने, बर्तन इत्यादि की खरीदारी अत्यंत ही शुभ मानी जाती है । ऐसा माना जाता है कि धनतेरस के दिन हम जो भी खरीदारी करते हैं वह पूरे साल में 13 गुना वृद्धि को प्राप्त करता है । अन्य चीजों के अलावा धनतेरस के दिन हम लोग झाड़ू और धनिया के बीज का भी खरीदारी करते हैं । धनतेरस के दिन से ही दीपावली का पहला दिन माना गया है । किसी दिन संध्या से लोग अपने घरों के दरवाजे एवं छतों पर दिए जलाना प्रारंभ कर देते हैं ।

(Dhanteras) धनतेरस के दिन खरीदारी का अत्यंत ही शुभ योग

इस वर्ष 2022 में धनतेरस के अवसर पर त्रिपुष्कर योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है । ऐसी मान्यता है कि त्रिपुष्कर योग में कोई भी शुभ कार्य करने पर उसमें 3 गुना वृद्धि होती है जबकि सर्वार्थ सिद्धि योग में किसी भी काम को करने पर उसमें अवश्य ही सिद्धि प्राप्त होती है । ये भी माना गया है के सर्वार्थ सिद्धि योग में राहु काल का भी प्रभाव नहीं पड़ता है और इस काल में खरीदारी करना अत्यंत शुभ फल देने वाला होता है ।

वर्ष 2022 में सर्वार्थसिद्धि का योग 23 अक्टूबर को सुबह 6:32 से प्रारंभ होकर दोपहर 2:33 पर समाप्त हो रहा है इसलिए इस अवधि में खरीदारी काफी से सिद्धि दायक माना जा रहा है इसके साथ ही त्रिपुष्कर योग दोपहर 1:50 से प्रारंभ होकर शाम 6: 02 मिनट तक रहेगा । 

(Dhanteras) धनतेरस के दिन झाड़ू की खरीदारी का महत्व

धनतेरस के दिन झाड़ू को खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है । हमारे पुराणों में झाड़ू को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है इसलिए धनतेरस के दिन अगर आप झाड़ू खरीदते हैं तो उसके कुछ नियमों का भी पालन करना जरूरी है । 

  • धनतेरस के दिन जब आप झाडु  खरीदते हैं तो ध्यान रखें कि झाडु पर आपका पैर ना लगे एक ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने पर माता लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं ।
  • धनतेरस के दिन झाड़ू को कभी भी खाली घर में नहीं लाना चाहिए घर में लाने से पहले इस पर एक सफेद रंग का धागा बांध देना चाहिए इससे घर में लक्ष्मी स्थिर बनी रहती है ।
  • धनतेरस के दिन अकेले झाड़ू कभी भी नहीं खरीदना चाहिए । ऐसी मान्यता है कि एक साथ तीन झाड़ू खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है ।  जोड़े में झाड़ू ना खरीदें ।
  • इस दिन जो झाड़ू आप खरीदते हैं उसको खुले में ना रखें इससे घर में क्लेश और अशांति बढ़ती है । आप झाड़ू को कहीं ढककर या छत के नीचे रखें ।
  • धनतेरस के दिन नई झाड़ू खरीद कर लाने पर पुरानी झाड़ू को फेंक ना दें । दोनों ही झाड़ू को पूजा करें और घर में सुख समृद्धि की माता लक्ष्मी से प्रार्थना करें ।

परानाम

धन्यवाद !


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