Brihaspati kavach का पाठ करने से बृहस्पति ग्रह के समस्त दुष्प्रभाव समाप्त हो जाते हैं । अगर किसी जातक की कुंडली में बृहस्पति ग्रह अशुभ परिणाम दे रहा हो तो इस बृहस्पति कवच का पाठ करने से वह अशुभ परिणाम लाभकारी परिणाम में बदलने लगता है ।
Brihaspati kavach का प्रत्येक गुरुवार को या हर रोज पढ़ने से आपको हर मनचाहा फल प्राप्त हो जाता है । हमारे हिंदू शास्त्रों के अनुसार गुरु बृहस्पति विद्या ज्ञान और वाग्र कुशलता के स्वामी हैं और बृहस्पति की कृपा से ही जीवन में मान सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है ।
Brihaspati kavach का हर बृहस्पतिवार को पाठ करने से जीवन में बृहस्पति की कृपा बनी रहती है और राज्यों का निर्माण होने लगता है । अगर आप अपने जीवन में राजयोग पाना चाहते हैं तो नियमित रूप से श्रद्धा भक्ति के साथ प्रत्येक गुरुवार को Brihaspati kavach का पाठ अवश्य करें ।
॥ Brihaspati kavach ॥
॥ बृहस्पति कवच ॥
॥ अथ बृहस्पतिकवचम् ॥
अस्य श्रीबृहस्पतिकवचस्तोत्रमंत्रस्य ईश्वरऋषिः ।
अनुष्टुप् छंदः । गुरुर्देवता । गं बीजं श्रीशक्तिः ।
क्लीं कीलकम् । गुरुपीडोपशमनार्थं जपे विनियोगः ॥
अभीष्टफलदं देवं सर्वज्ञम् सुर पूजितम् ।
अक्षमालाधरं शांतं प्रणमामि बृहस्पतिम् ॥ १ ॥
बृहस्पतिः शिरः पातु ललाटं पातु मे गुरुः ।
कर्णौ सुरगुरुः पातु नेत्रे मे अभीष्ठदायकः ॥ २ ॥
जिह्वां पातु सुराचार्यो नासां मे वेदपारगः ।
मुखं मे पातु सर्वज्ञो कंठं मे देवतागुरुः ॥ ३ ॥
भुजावांगिरसः पातु करौ पातु शुभप्रदः ।
स्तनौ मे पातु वागीशः कुक्षिं मे शुभलक्षणः ॥ ४ ॥
नाभिं केवगुरुः पातु मध्यं पातु सुखप्रदः ।
कटिं पातु जगवंद्य ऊरू मे पातु वाक्पतिः ॥ ५ ॥
जानुजंघे सुराचार्यो पादौ विश्वात्मकस्तथा ।
अन्यानि यानि चांगानि रक्षेन्मे सर्वतो गुरुः ॥ ६ ॥
इत्येतत्कवचं दिव्यं त्रिसंध्यं यः पठेन्नरः ।
सर्वान्कामानवाप्नोति सर्वत्र विजयी भवेत् ॥ ७ ॥
॥ इति श्रीब्र्ह्मयामलोक्तं बृहस्पतिकवचं संपूर्णम् ॥
बृहस्पति देव का पूजन कैसे करें?
- बृहस्पतिवार का पूजन करने के लिए इस दिन प्रात काल उठकर पवित्र जल से स्नान कर साफ और स्वच्छ पीले वस्त्र को धारण करना चाहिए ।
- इसके बाद अपने घर के पूजा घर में या किसी केले के पेड़ के नीचे बैठकर श्रद्धा भक्ति के साथ भगवान विष्णु के पूजा अर्चना करनी चाहिए ।
- भगवान विष्णु की पूजा के बाद बृहस्पतिवार व्रत कथा को सुनना चाहिए ।
- बृहस्पतिवार के दिन या तो उपवास रखना चाहिए या ऐसा कोशिश करना चाहिए कि केवल पीला भोजन ही करें ।
- बृहस्पतिवार का व्रत विधि विधान से करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा बनती है और मनुष्य के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं ।
- बृहस्पतिवार के व्रत के दिन नहाते वक्त सेल और साबुन का प्रयोग ना करें साथी इस दिन बाल और दाढ़ी भी बनाने से परहेज करें ।
Brihaspati kavach FAQ–
बृहस्पति भगवान को क्या पसंद है?
बृहस्पति भगवान को पीला वस्त्र और पीली वस्तुएं बहुत पसंद है।
बृहस्पतिवार के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
बृहस्पतिवार के दिन अपने बाल नहीं धोना चाहिए नाही नाखून और बाल कटवाने चाहिए।

धन्यवाद !
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