एकादशी माता की आरती | Ekadash Mata Ki Aarti

एकादशी माता की आरती हिंदी में 

एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु और मां एकादशी से पुण्य फल की प्राप्ति होती है । मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष एकादशी की तिथि को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है । उत्पन्ना एकादशी को वैतरणी एकादशी या उत्पातिका एकादशी से भी जानते हैं । ऐसा माना जाता है कि एकादशी के देवी का जन्म उत्पन्ना एकादशी के दिन हुआ था इसीलिए एकादशी को उत्पन्ना एकादशी कहा जाता है । भगवान विष्णु के शरीर से ही एकादशी देवी का जन्म हुआ था ।

वैष्णवो की एक मान्यता है प्राचीन काल में मूर नामक एक राक्षस था । उसने पहले इन लोग को जीता उसके बाद पूरी पृथ्वी को जीत लिया । उसके भय और अत्याचार से चिंतित होगा सभी देवी देवता भगवान विष्णु के पास पहुंचे और सभी ने इस राक्षस से बचने के लिए प्रार्थना की ।

भगवान विष्णु ने सभी देवी देवताओं को आश्वासन दिया और ध्यान में लीन हो गए । फिर भगवान विष्णु ने स्वयं को बीवी एकादशी के रूप में प्रकट किया । वे असुर के आतंक से सभी देवताओं की रक्षा की और अनु मूल राक्षस को मार गिराया । तभी से सभी के लिए परवाह करने वाली माता एकादशी भगवान विष्णु की सबसे प्रिय बन गई ।

ॐ जय एकादशी, जय एकादशी, जय एकादशी माता ।
विष्णु पूजा व्रत को धारण कर, शक्ति- मुक्ति पाता ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

तेरी नाम गिनाऊं देवी, भक्ति प्रदान करनी ।
गण गौरव की देनी माता, शास्त्रों में वरनी ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना, विश्वतारनी जन्मी ।
शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा, मुक्तिदाता बन आई ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

पौष के कृष्णपक्ष की, सफला नामक है ।
शुक्लपक्ष में होय पुत्रदा, आनन्द अधिक रहै ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

नाम षटतिला माघ मास में, कृष्णपक्ष आवै ।
शुक्लपक्ष में जया, कहावै, विजय सदा पावै ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

विजया फागुन कृष्णपक्ष में शुक्ला आमलकी ।
पापमोचनी कृष्ण पक्ष में, चैत्र महाबलि की ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

चैत्र शुक्ल में नाम कामदा, धन देने वाली ।
नाम बरुथिनी कृष्ण पक्ष में, वैसाख माह वाली ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

शुक्ल पक्ष में होय मोहिनी अपरा ज्येष्ठ कृष्णपक्षी ।
नाम निर्जला सब सुख करनी, शुक्ल पक्ष रखी ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

योगिनी नाम आषाढ में जानों, कृष्णपक्ष करनी ।
देवशयनी नाम कहायो, शुक्लपक्ष धरनी ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

कामिका श्रावण मास में आवै, कृष्णपक्ष कहिए ।
श्रावण शुक्ला होय पवित्रा आनन्द से रहिए ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

अजा भाद्रपद कृष्णपक्ष की, परिवर्तिनी शुक्ला ।
इन्द्रा आश्चिन कृष्णपक्ष में, व्रत से भवसागर निकला ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

पापांकुशा है शुक्ल पक्ष में, आप हरनहारी ।
रमा मास कार्तिक में आवै, सुखदायक भारी ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

देवोत्थानी शुक्लपक्ष की, दुखनाशक मैया ।
पावन मास में करूं विनती पार करो नैया ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

परमा कृष्णपक्ष में होती, जन मंगल करनी ।
शुक्ल मास में होय पद्मिनी, दुख दारिद्र हरनी ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥

जो कोई आरती एकादशी की, भक्ति सहित गावै ।
जन गुरदिता स्वर्ग का वासा, निश्चित वह पावै ॥

॥ ॐ जय एकादशी… ॥


॥ Ekadash Mata Ki Aarti in English॥

om jay ekadashi, jay ekadashi, jay ekadashi maata.
vishnu pooja vrat ko dharan kar, shakti mukti paata.

॥ om jay ekadashi… ॥

aapake naam bharoon devee, bhakti pradaan karen .
gan gaurav kee ank maata, shaastron mein varanee .

॥ om jay ekadashi… ॥

maargasheersh ke krshnapaksh kee aay, vishvataaranee janm.
shukl paksh mein huee mokshada, muktidaata banee aaee .

॥ om jay ekadashi… ॥

paush ke krishna paksh kee, saphala namak hai .
shuklapaksh mein hoy putrada, aanand adhik rahai .

॥ om jay ekadashi… ॥

naam shatila maagh maas mein, krishna paksh aavai .
shukla paksh mein jaya, kahaavai, vijay sada paavai .

॥ om jay ekadashi… ॥

vijaya phalgun krishna paksh mein shukla aamalakee.
papamochani krishn paksh mein, chaitr mahaabali kee .

॥ om jay ekadashi… ॥

chaitra shukla mein naam kamada, dhan dene vaalee.
naam baruthinee krishna paksh mein, sadrsh mahabali .

॥ om jay ekadashi… ॥

shukl paksh mein hoy mohinee apara jyeshth krshnapakshee.
naam nirjala sab heen karen, shuklapaksh rakha.

॥ om jay ekadashi… ॥

yoginee naam aashaadh mein jaanon, krshnapaksh karen.
devshayani naam kahaayo, shukla paksha dharanee .

॥ om jay ekadashi… ॥

kamika shravan maas mein aavai, krishna prakash kahie .
shravan shukla hoy pavitra aanand se rahiye .

॥ om jay ekadashi… ॥

aja bhaadrapad krshnapaksh kee, parivartinee shukla.
indra aashchin krishna paksh mein, vrat se bhavasaagar nikala.

॥ om jay ekadashi… ॥

papankusha hai shukl paksh mein, aap haranaahaaree.
rama maas kaartik mein aavai, bharee bhaaree.

॥ om jay ekadashi… ॥

devotthan shukla paksh kee, dukhanaashak maiya .
paavan maas mein vaad vinatee paar karo naiya .

॥ om jay ekadashi… ॥

parama krishna paksh mein hotee, jan mangal karen.
shukl maas mein hoy padminee, dukh daaridr haranee .

॥ om jay ekadashi… ॥

jo koee aaratee ekadashi kee, bhakti sahit gaavai .
jan guradita svarg ka vaasa, nishchay vah paavai .

॥ om jay ekadashi… ॥

परानाम

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